पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान हुए गिरफ़्तार

पाकिस्तानी सेना हाई अलर्ट पर, पंजाब सूबे में धारा 144 ।

नई दिल्ली/ इस्‍लामाबाद ( एप न्यूज़ डेस्क)
‌पाकिस्तान में राजनीति हमेशा उथलपुथल रही है और वहां सत्ताएं तुरंत बनती बिगड़ती रहीं हैं। पाकिस्तान में अनिश्चितता ऐसी कि कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। अब पाकिस्‍तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को उस समय गिरफ़्तार कर लिया गया जब वह इस्‍लामाबाद हाई कोर्ट में अपने बायो‍मेट्रिक वेरीफिकेशन के लिए जा रहे थे। पाकिस्‍तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता मुसर्रत चीमा ने दावा किया है कि इमरान को टॉर्चर किया जा रहा है। इमरान की गिरफ्तारी उनकी उस लाहौर रैली के बाद हुई है जिसमें उन्‍होंने सेना पर गंभीर आरोप लगाए थे। इमरान ने अपनी रैली में पूर्व राष्‍ट्रपति आसिफ अली जरदारी और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो पर निशाना साधा था। इमरान खान को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इमरान खान को भ्रष्‍टाचार केस में गिरफ्तार किया गया है। इस्‍लामाबाद पुलिस की तरफ से ट्वीट कर बताया गया है कि इमरान की गिरफ्तारी कादिर ट्रस्‍ट केस में हुई है। पीटीआई के उपाध्‍यक्ष फवाद चौधरी ने इस पर ट्वीट कर कहा कि हाईकोर्ट इस समय रेंजर्स के कब्‍जे में है और वकीलों को टॉर्चर किया जा रहा है। उन्‍होंने बताया कि इमरान की कार को भी घेर लिया गया था। पीटीआई के एक और नेता अज़हर मशवानी ने आरोप लगाया है कि इमरान को कोर्ट के बाहर रेंजर्स ने किडनैप कर लिया है। मशवानी के मुताबिक पार्टी ने देशभर में अपने समर्थकों को इकट्ठा होने के लिए कहा है। गिरफ्तारी से ठीक पहले प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने इमरान खान के सेना पर लगाए गए गंभीर आरोपों की निंदा की है।एक रिपोर्ट के अनुसार शरीफ ने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी को नियमित रूप से बदनाम करने और धमकाने का ख़ान का यह कदम बेहद निंदनीय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जनरल फैसल नसीर और हमारी खुफिया एजेंसी के अधिकारियों के ख़िलाफ़ बिना किसी सबूत के आरोप लगाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं, पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा कि पीटीआई प्रमुख ने संस्थानों को बदनाम करने के लिए सारी हदें पार कर दी हैं, जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ,आसिफ़ जरदारी ने पीटीआई प्रमुख जियो का नाम लिए बिना एक बयान में कहा कि संस्थानों को बदनाम करने की कोशिश ने आदमी का असली चेहरा उजागर कर दिया है और अब बहुत हो चुका है। विदेशी एजेंट के भाषण को सुनने के बाद कोई भी देशभक्त उसके पीछे चलने के बारे में सोच भी नहीं सकता। ज़रदारी ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के बहादुर और प्रतिष्ठित अधिकारियों पर आरोप उस संस्था पर हमला है, जिसके साथ पूरा पाकिस्तान खड़ा है।
पाक में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने अपना विरोध प्रकट किया और सेना मुख्यालय पर भी धावा बोला है। उनके समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर धावा बोला। पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद बढ़ती हिंसा को देखते हुए पूरे पाकिस्तान में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गई है। इस्लामाबाद, कराची और लाहौर में सड़कों पर अर्धसैनिक बलों को उतार दिया गया है। पाकिस्तानी सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पंजाब सूबे में धारा 144 लगा दी गई है।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने इमरान खान की गिरफ्तारी को वैध करार दिया है। कोर्ट ने कहा कि गिरफ्तारी पाकिस्तान के कानूनों के अनुसार है। इस मामले में इस्लामाबाद आईजी के ख़िलाफ़ अदालत की अवमानना की कार्रवाई शुरू करने को भी कहा गया है। हाईकोर्ट के राजिस्ट्रार को कोर्ट परिसर में हुई तोड़फोड़ को लेकर केस दर्ज कराने को कहा गया है। राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो के डायरेक्टर जनरल और सरकारी वकील को सुनने के बाद यह फैसला सुनाया है। पाकिस्तान में यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर बंद पाकिस्तान में सरकार ने अफवाहों पर विराम के लिए यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर को बंद कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि सिर्फ़ सरकारी संस्थानों को सोशल मीडिया इस्तेमाल की अनुमति होगी।

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