तीस हज़ारी कोर्ट में फायरिंग मामले में वकील मनीष शर्मा को बार से किया निलंबित
वकीलों के बीच झड़प के बाद फायरिंग का दिल्ली बार काउंसिल ने संज्ञान लिया

नई दिल्ली (संवाददाता)
दिल्ली की तीस हज़ारी कोर्ट में वकीलों के बीच झड़प और फायरिंग मामले में दिल्ली बार काउंसिल (बीसीडी) ने संज्ञान लिया है और घटना के वायरल वीडियो में फायरिंग करते हुए और गाली देते हुए सुनाई और दिखाई दे रहे वकील मनीष शर्मा का ‘बार लाइसेंस’ तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
दिल्ली बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट नितिन अहलावत ने बताया है कि बीसीडी ने मनीष शर्मा को एक पत्र के ज़रिए लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की सूचना दी है। बीसीडी ने कहा है कि मनीष शर्मा एक वकील होकर कोर्ट परिसर में गोली चलाते हुए दिख रहे हैं। इस घटना पर बीसीडी के चेयरमैन ने रूल 42 चैप्टर 4 के तहत मिले अधिकारों के तहत मनीष शर्मा का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बीसीडी ने मनीष शर्मा को 8 जुलाई को इस घटना पर सफाई देने के लिए दफ्तर में तलब किया है।
दिल्ली बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष मनीष शर्मा का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से मेरे और हमारे सचिव अतुल कुमार शर्मा के बीच बार से संबंधित कई मुद्दे चल रहे थे और कल रात मुझे अतुल शर्मा ने फोन किया था। उनके भाई ललित और अतुल ने मुझे फोन पर गालियां दीं और गोली मारने की धमकी दी। हम एक-दूसरे से लड़ रहे थे। मैं उन लोगों के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराऊंगा, जिन्होंने यह सब लड़ाई की और जिन्होंने अदालत में गोलीबारी की। हमारे पास फुटेज हैं,जिसमें वो फायरिंग कर रहे हैं। मैंने ऐसी कोई गोली नहीं चलाई।