स्थाई अध्यापक आने के बाद एडहाक टीचर ने की थी आत्महत्या
अध्यापकों तथा छात्रों ने जताया शोक,रोष और मांग की कि परमानेंट नियुक्तियों की प्रक्रिया में एडहॉक टीचर्स को प्राथमिकता दी जाए

दिल्ली यूनिवर्सिटी के ऐडहॉक टीचर समरवीर नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के रानी बाग इलाके में अपने घर पर मृत मिले थे।
नई दिल्ली (एप ब्यूरो)
दिल्ली विश्विद्यालय के हिंदू कॉलेज के अध्यापक की खुदकुशी के मामले में अध्यापकों तथा छात्रों ने शोक और रोष जताया है। खबर के मुताबिक कालेज में फिलॉसफी के एडहॉक टीचर समरवीर की परमानेंट टीचर के आ जाने से फरवरी में नौकरी चली गई थी जिससे वे काफी तनाव में आ गये थे।
अध्यापकों तथा छात्रों ने जताया शोक और रोष प्रकट करते हुए डीयू के नॉर्थ कैंपस में प्रदर्शन किया। विवेकानंद मूर्ति के पास टीचर्स ने शोक सभा रखी थी।
उन्होंने मांग की कि परमानेंट नियुक्तियों की प्रक्रिया में एडहॉक टीचर्स को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। पिछले कुछ महीने से डीयू और यूनिवर्सिटी कॉलेजों में परमानेंट टीचर्स की नियुक्ति चल रही है। जिस वजह से कई साल से काम कर रहे एडहॉक टीचर्स को नौकरी खोनी पड़ी है। हिंदू कॉलेज में टीचर और समरवीर के साथियों का कहना है कि नौकरी जाने से वो काफी तनाव में थे। क्योंकि कॉलेज ने उन्हें कहा था कि यूनिवर्सिटी नियम के तहत उनकी नौकरी जारी नहीं रह सकती। जबकि हाल ही में उनकी मां की एक आंख की रोशनी भी चली गई थी। मरहूम अध्यापक समरवीर हिंदू कॉलेज में 2017 से पढ़ा रहे थे। गार्गी कॉलेज में एडहॉक टीचर की पोस्ट उन्होंने इसलिए छोड़ी थी कि हिंदू कॉलेज में उन्हें बतौर एडहॉक टीचर रखने का भरोसा दिया गया। मगर 20 दिन बाद उन्हें बतौर गेस्ट टीचर जॉइन करने को कहा गया, जिससे वो हताश हो गए। और परिणाम ये हुआ कि उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया। डीयू के अध्यापकों ने बताया है कि डीयू कॉलेज में जिन पोस्टो का विज्ञापन आ रहा है, एडहॉक टीचर्स उसकी समस्त योग्यताओं को पूरा करते हैं। इसके बावजूद पांच मिनट के इंटरव्यू से कैंडिडेट तय किए जा रहे हैं। एडहॉक टीचर्स के समायोजन के लिए सभी शिक्षकों ने मांग की है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के ऐडहॉक टीचर समरवीर नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के रानी बाग इलाके में अपने घर पर मृत मिले थे।