नई दिल्ली (एप ब्यूरो)
लोकतंत्र के बढ़ते प्रभाव और क़दमों का साक्षी बनाने के लिए दुनियाभर के प्रमुख व्यक्तियों को कंबोडिया की धरती पर एकजुट किया गया। और कंबोडिया के 7वें आम चुनाव में लोकतंत्र को क्रियान्वित होते और फलते फूलते देखने के शुभ अवसर पर अनेक अंतरराष्ट्रीय नेता और राष्ट्र प्रमुख मौजूद रहे। कंबोडिया राष्ट्रीय चुनाव आयोग (एनईसी) ने कंबोडिया के 7वें आम चुनावों के सफल परिणामों को देखने के लिए अन्य विदेशी मेहमानों के साथ साथ भारत से आम आदमी पार्टी के विधायक अजय दत्त को भी आमंत्रित किया।
यहां लोकतंत्र और शांति पर अंतरराष्ट्रीय लीडरशिप कांफ्रेंस के साथ साथ एक दूसरे से लोकतांत्रिक मूल्यों और व्यवस्थाओं पर चर्चा हुई। भारत से एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में कंबोडिया पहुंचे आम आदमी पार्टी विधायक अजय दत्त ने आम आदमी पार्टी के जनहित वाले कार्यक्रम और बहुचर्चित दिल्ली माडल की चर्चा की।
आप नेता अजय दत्त ने कहा है कि उनके लिए कंबोडिया में चुनाव पर्यवेक्षक के रूप में भाग लेने और विदेशी भूमि में चल रही लोकतांत्रिक प्रक्रिया को देखने का एक असाधारण अवसर है जब कंबोडिया में एक बड़ा और महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय आयोजन किया गया और इसमें देश विदेश के अनेक गणमान्य नागरिकों,नेताओं और प्रमुखों ने भाग लिया। इस अवसर पर नाइजीरिया के पूर्व राष्ट्रपति महामहिम गुडलक जोनाथन (पूर्व),नेपाल के पूर्व प्रधान मंत्री महामहिम केपी शर्मा ओली,श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महामहिम,मैत्रीपाला,सिरिसेना,कोलंबिया के पूर्व राष्ट्रपति महामहिम एंड्रेस पास्ट्रान अनंगो, ग्वाटेमाला के पूर्व राष्ट्रपति,महामहिम,जिमी,मोरालेस,ऑस्ट्रिया के पूर्व स्पीकर और पूर्व रक्षा मंत्री,महामहिम,डॉ.वर्नर,फेस्लाबेंड,अमेरिका के 14 बार के सीनेटर और मंत्री (पूर्व) महामहिम डॉन ब्रिटन और कई राज्यों के पूर्व प्रमुख और वर्तमान पदाधिकारी, नेताओं तथा मंत्रियों की मौजूदगी रही।
कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के आम आदमी पार्टी विधायक अजय दत्त ने अपने नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दिल्ली में अच्छी शिक्षा,अच्छे,स्वास्थ्य,मुफ़्त,बिजली,मुफ़्त पानी आदि के लोकप्रिय और सर्व हितकारी दिल्ली मॉडल के बारे में चर्चा करते हुए पूरे विश्व को अवगत कराया।
ज्ञात रहे कि कंबोडिया में नेशनल असेंबली के सदस्यों के चुनाव के लिए 23 जुलाई 2023 को आम चुनाव हुए हैं। वर्ष 1993 में लोकतांत्रिक चुनाव बहाल होने के बाद से कंबोडिया में यह सातवां पंचवर्षीय चुनाव है। चुनाव से पहले कंबोडियन पीपुल्स पार्टी (सीपीपी) के पास संसद की सभी सीटें थीं । प्रधान मंत्री हुन सेन कार्यालय में एक और पांच साल के कार्यकाल के लिए खड़े हुए। और अंतिम नतीजों ने सीपीपी के लिए भारी जीत दर्ज की और 125 में से 120 सीटों पर जीत हासिल की। जिससे पार्टी को तकनीकी रूप से 2003 के बाद से सबसे अच्छा परिणाम मिला । 26 जुलाई 2023 को,प्रधान मंत्री हुन सेन ने घोषणा की कि वह नई सरकार के गठन के बाद पद छोड़ देंगे,जिसमें हुन मैनेट पदभार संभालेंगे। नई संसद की पहली बैठक 21 अगस्त 2023 को होगी जबकि नया मंत्रिमंडल एक दिन बाद 22 अगस्त को शपथ लेगा।