अतीक अहमद हत्याकांड और एफआईआर पर उठ रहे हैं सवाल
तीनों आरोपियों के पास से 6-6 लाख के पिस्टल मिले हैं

नई दिल्ली (एप ब्यूरो)
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद एफआईआर पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। तीनों आरोपियों के पास से 6-6 लाख के पिस्टल मिले हैं। अब सवाल उठता है कि इनके पास 18 लाख रुपये कहां से आए-? हत्या के बाद हत्यारे धार्मिक नारे क्यों लगा रहे थे-?
पूर्व सांसद और विधायक अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल, शनिवार को प्रयागराज में सरेआम कैमरे के सामने मीडिया की मौजूदगी में हत्या कर दी गई। यह घटना उत्तर प्रदेश में कानून और व्यवस्था के गंभीर मुद्दों की ओर इशारा करती है। मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों द्वारा रिकॉर्ड किए गए घटना के वीडियो से यह भी पता चला है कि गंभीर अपराधों के आरोपी अतीक और उसके भाई को कितनी लापरवाही से मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया था।
पिछले दिनों जब अतीक अहमद ने अपनी ज़िंदगी के ख़तरे पर गंभीर चिंता जताई थी और सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा की मांग की थी, तो रिपोर्ट के मुताबिक कोर्ट ने मौखिक रूप से कहा था कि “राज्य मशीनरी आपकी देखभाल करेगी.”लेकिन ऐसा करने में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार फेल साबित हुई।
मारे गए दोनों व्यक्ति अतीक और अशरफ जाने माने बाहुबली थे और उन्हें भारी सुरक्षा के बीच साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया था। सुरक्षा इतनी ढीली क्यों की गई -? जब (वीडियो में जो स्पष्ट है उसके अनुसार) हमलावर अंदर घुसकर उन्हें गोली मार सकते थे? ऐसा कैसे हो सकता है कि आरोपी अतीक-अशरफ को इतनी लापरवाही से मेडिकल चेकअप के लिए ले जाया गया? निर्देश किसने दिए थे?
हत्या के बाद पुलिस ने तीन अपराधियों को आराम से गिरफ्तार किया है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस गोविंद माथुर ने अनेक सवाल खड़े करते हुए कहा है कि स्थापित न्यायिक जांच को तुरंत शुरू किया जाना चाहिए।