लोक सेवा समिति की 34वीं वर्षगांठ पर शानदार कार्यक्रम और विभूतियों को मिला सम्मान।
लोक सेवा समिति के अध्यक्ष मोहम्मद नौशाद ने कहा कि समाज के लिए सेवा का यह 34 वर्षीय सफ़र अनेक विभूतियों और साथियों के सहयोग से संभव हो पाया है

(अनवार अहमद नूर की रिपोर्ट )
रांची (झारखंड)
सेवा और सम्मान के क्षेत्र में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रही लोक सेवा समिति ने अपनी स्थापना के 34 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक शानदार कार्यक्रम किया जिसमें समाज की विविध विभूतियों और संस्थानों को सम्मानित किया गया। ये संपूर्ण आयोजन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं “झारखंड रत्न” दिशोम गुरु शिबू सोरेन और वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह को श्रद्धांजलि स्वरूप समर्पित किया गया। इसमें नशा एवं हिंसा मुक्त भारत विषय पर परिचर्चा एवं टेबल बुक “प्रेरणा” स्मारिका का लोकार्पण भी किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में आए पलामू प्रमंडल के डीआईजी नौशाद आलम ने कहा कि नशा पूरे परिवार को बर्बाद कर देता है इससे बचाव तभी होगा जब परिवार जागरूक होंगे। हम सबको स्वयं भी बचना है और नई पीढ़ी को भी बचाना है। उन्होंने कहा हम सब गुलदस्ते के फूल के समान हैं, मिलकर रहेंगे तभी खूबसूरत लगेंगे। तभी हम सबका विकास होगा और तभी सर्वांगीण विकास का सपना साकार होगा।
लोक सेवा समिति के अध्यक्ष मोहम्मद नौशाद ने कहा कि समाज के लिए सेवा का यह 34 वर्षीय सफ़र अनेक विभूतियों और साथियों के सहयोग से संभव हो पाया है।
इस वर्षगांठ पर हम उन सभी महान विभूतियों को सम्मानित कर रहे हैं, जिन्होंने अपनी कर्मभूमि से समाज को नई दिशा दी है।
उन्होंने बताया कि लोक सेवा समिति ने 34 वर्षों की यात्रा में शिक्षा, साहित्य, संस्कृति, स्वास्थ्य, समाज सेवा और जनजागरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। इस दौरान समिति को डॉ. क़ाज़ी शोएब रहमानी, कार्डिनल तेलेसफर पी. टोप्पो, प्रो. रामदयाल मुंडा, पद्मश्री गिरधारी राम गौझू, डॉ. भुनेश्वर अनुज, सिस्टर जेमा टोप्पो, हरिनारायण सिंह, डॉ. करमा उरांव, पद्मश्री मधु मनसुरी मुकुंद नायक समेत अनेक विभूतियों का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। आज समिति राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी है और कई राज्यों में सक्रिय है। लोक गायिका सीमा देवी ने अपने स्वागत गीत से सभी का मन मोह लिया ।
डॉ एस अख़्तर हफीजुर्रहमान, रफीक अंसारी कृष्ण मलिक वारिश पठान, कंचन दास कांति प्रीति रेणु ज़फीर खान और जेबा साबुही ने अपना सहयोग प्रदान किया।
इस अवसर पर अमानत अली अंसारी, चंचल भट्टाचार्य, प्रो हरविंदर सिंह, महादेव टोप्पो, बिरसा मुंडा के पोते बुधराम मुंडा, प्रो यासीन कासमी, मुकर्रम मदनी सहित अनेक गणमान्य हस्तियां उपस्थित रहीं।
सम्मान पाने वालों में 26वां झारखंड रत्न सम्मान – 2025 (सर्वोच्च सम्मान) अमानत अली अंसारी (स्वतंत्रता सेनानी) को आजीवन उपलब्धि हेतु , स्वास्थ्य सेवा में शताब्दी से अधिक योगदान हेतु रिन पास को, उत्कृष्ट पुलिस सेवाओं हेतु सरोजनी लकड़ा (आईपीएस) को, शास्त्रीय संगीत में योगदान हेतु डॉ. रूपा सिन्हा को प्रदान किया गया। जबकि विशिष्ट सेवा सम्मान शैलेन्द्र कुमार पाठक ( शास्त्रीय ध्रुपद गायन),प्रो. मोहन आज़ाद ( बोकारो में आजीवन उपलब्धि),
दिलीप कुमार महतो (शिक्षक शिक्षा क्षेत्र),
मुजीब कुरैशी और शशि भूषण राय को समाज सेवा,एजाजुल हसन सिद्दीकी को साहसिक पुलिस सेवा, डॉ. मुजफ्फर हुसैन को साहित्य लेखन हेतु, सुनैना को महिला शस्त्रीय पुलिस बल,ज्योति कुमारी को पुलिस सेवा हेतु प्रदान किया गया।
राष्ट्र महिला गौरव सम्मान पाने वालों में निगार सुल्तान( समाज सेवा), सरोज श्रीवास्तव – (फूड एवं स्वास्थ्य योगदान),सैय्यदा खातून (गुमला)( समाज कार्य),डॉ. मूर्णांलिनी अखोरी (शास्त्रीय संगीत),डॉ. नेहा शर्मा (फिजियोथिरपी सेवा) रहीं।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाजसेवी, शिक्षाविद, पत्रकार, प्रशासनिक अधिकारी एवं विभिन्न क्षेत्रों की विभूतियाँ तथा गणमान्य उपस्थित रहे।