कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी का असम दौरा रहा नहीं सुखद। कांग्रेस नेता अंकिता दत्त के विरोध ने राहुल गांधी के सफर को कर दिया दुखद ।
कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी का असम दौरा रहा नहीं सुखद। कांग्रेस नेता अंकिता दत्त के विरोध ने राहुल गांधी के सफर को कर दिया दुखद ।

कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी का असम दौरा रहा नहीं सुखद। कांग्रेस नेता अंकिता दत्त के विरोध ने राहुल गांधी के सफर को कर दिया दुखद ।
पंकज नाथ, असम, 18 जनवरी :
16 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई कांग्रेस की पूर्व से पश्चिम तक भारत जोड़ो न्याय यात्रा आज असम में प्रवेश कर गई। यात्रा आज सुबह नगालैंड के तुली से शुरू हुई और शिवसागर जिले में असम-नगालैंड सीमा पर होलांगटिंग में प्रवेश किया। कांग्रेस के युवा राज राहुल गांधी ने इस न्याय यात्रा के माध्यम से असम के लोगों तक पहुंचने के इरादे से एक रंगीन सपने के साथ असम में प्रवेश किया था । उस समय हाल ही में कांग्रेस से निकाला गया कांग्रेस की पूर्व नेता अंकिता दत्ता के विरोध के मद्देनजर राहुल गांधी का रंगीन सपना थम सा गया । राहुल गांधी के आने के मद्देनजर कांग्रेस की पूर्व नेता अंकिता दत्ता ने अमगुरी चौराहे पर धरना कार्यक्रम लागू किया । इस कार्यक्रम को सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने समर्थन दिया। अंकिता वाहिनी ने अमगुरी में बैनर पोस्टर लगाने के साथ-साथ राहुल गांधी से पूछा था कि क्या महिलाओं को न्याय मिलेगा। हलवाटिंग में राहुल गांधी की रैली के पास बैनर पोस्टर लगाए गए थे। नतीजतन, कांग्रेस पार्टी ने उन बैनर पोस्टरों को कवर कर दिया था । कांग्रेस युवा राज बस से पहुंचा और कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद नागालैंड और असम के बीच राष्ट्रीय ध्वज का आदान-प्रदान किया। राहुल की बैठक की शुरुआत विपक्ष के नेता देबब्रत सैकिया और असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा के भाषणों से हुई। असम के अलग-अलग हिस्सों के लोगों के अलावा बैठक में स्थानीय लोगों की मौजूदगी नगण्य रही। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता तथा युवराज राहुल गांधी कार्यक्रम स्थल पर करीब 1400 लोगों की सभा में सिर्फ पांच मिनट के लिए उपस्थित लोगों को संबोधित करने के बाद कार्यक्रम स्थल से चले गए। युवराज के भाषण के दौरान बैठक स्थल के पीछे खाली कुर्सियां बैठक की विफलता की स्पष्ट तस्वीर पेश कर रही थीं। अंकिता दत्त के विरोध और पोस्टरों ने युवराज को पहले से निर्धारित कई कार्यक्रमों को रद्द करने के लिए मजबूर किया। इससे पहले तय कार्यक्रम के अनुसार अमगुरी शहर से होते हुए वहां के राजीव भवन तक रैली निकाले जाने की थी और इसलिए राजीव भवन को भव्य तरीके से रेड कार्पेट बिसाने के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम को लागू करने के लिए कई सांस्कृतिक मंडलियों को तैयार रखा गया था। अमगुरी शहर में अंकिता दत्ता के प्रदर्शन से गुस्से का सामना करने के डर से जल्दबाजी में सभी कार्यक्रम को रद्द करके कांग्रेस युवराज अमगुरी को छोड़कर मरियानी चला जाता है। कांग्रेस युवराज राहुल गांधी की इस हरकत से अमगुरी के लोग काफी नाराज हो गए हैं ।