राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, असम और जल जीवन असम के बीच हस्ताक्षरित हुए समझौता ज्ञापन।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, असम और जल जीवन असम के बीच हस्ताक्षरित हुए समझौता ज्ञापन।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, असम और जल जीवन असम के बीच हस्ताक्षरित हुए समझौता ज्ञापन।

पंकज नाथ, असम, 29 नवंबर :

असम प्रशासनिक अधिकारी कॉलेज ऑडिटोरियम, असम के खानापाड़ा में जल जीवन मिशन, असम और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, असम के बीच कल एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन की अध्यक्षता असम सरकार के सार्वजनिक स्वास्थ्य तकनीकी विभाग के मंत्री जयंत मल्लाबरुआ ने किया । एमओयू को दोनों विभागों के बीच समन्वय बनाने के उद्देश्य से अपनाया गया है ताकि दोनों विभाग एक लक्ष्य के साथ आगे बढ़ सकें। समझौते का उद्देश्य सुरक्षित पानी और अच्छे स्वास्थ्य के बीच संबंधों के बारे में जागरूकता पैदा करना है; क्योंकि यह जल जनित बीमारियों, विशेष रूप से बच्चों की बीमारियों को कम करके स्कूलों में ड्रॉपआउट की संख्या को कम कर सकता है। चूंकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और जल जीवन मिशन का मुख्य उद्देश्य लोगों को अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करना है, इसलिए दोनों विभागों के बीच इस सहयोग के तहत, आशा कर्मचारी अपने पर्यवेक्षकों, पीएचईडी और ग्राम पंचायत अधिकारियों के सहयोग से क्षेत्र की युवा लड़कियों के साथ-साथ अन्य पुरुष सदस्यों को मासिक बैठकों के माध्यम से सुरक्षित जल उपयोग तकनीक, पानी की गुणवत्ता, जल जनित बीमारियों आदि के बारे में जानकारी देंगे। बैठक में अपनी टिप्पणी साझा करते हुए, मंत्री बरुआ ने कहा कि “जल जीवन मिशन, असम और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, असम एक साथ हर ग्रामीण परिवार के लिए अच्छा स्वास्थ्य सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मंत्री बरुआ ने कहा कि “एक बार जब हम स्वच्छ पानी की आवश्यकता के बारे में जागरूक हो जाएंगे, तो हर कोई एफएचटीसी के महत्व को महसूस करेगा और परिणामस्वरूप, घर-घर स्वच्छ पानी प्रदान करने के लिए सरकार के प्रयास फलीभूत होंगे। इसके अलावा मंत्री जयंत मल्लाबरुआ ने कहा कि “ऐसे समय में जब जल जीवन मिशन अपने लक्ष्य के करीब पहुंच रहा है, एनएचएम के साथ उठाया गया यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के समग्र विकास को सुनिश्चित करने में और सहायक होगा। असम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और जल जीवन अभियान संयुक्त रूप से पानी की जरूरतों को पूरा करने और मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्वा सरमा के मार्गदर्शन में सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा के लिए इस योजना को लागू करेंगे। दोनों विभागों के कर्मचारियों को एक साथ लाकर कल एक उन्मुखीकरण कार्यशाला भी आयोजित की गई ताकि कर्मचारी इस योजना को सफलतापूर्वक लागू कर सकें। कल की इस अवसर पर असम सरकार के सार्वजनिक स्वास्थ्य तकनीकी विभाग के मंत्री जयंत मल्लाबरुआ के साथ स्वास्थ्य मंत्री केशव महंत, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अविनाश पुरुषोत्तम दास जोशी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डॉ. लक्ष्मी प्रिया, भूमिलेख और जेजेएम के मिशन निदेशक कैलाश कार्तिक सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। ।

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