ये दुनिया फ़ानी है और हर एक को इसे छोड़ कर जाना है लेकिन क़ौम और मिल्लत के कुछ रहनुमा के दुनिया से चले जाने का अब अधिक दुख और ग़म इसलिए भी होता है कि आह। अब लोगों के लिए कौन इतना कष्ट उठाएगा। कौन मार्गदर्शन करेगा, कौन इंसानियत और उसके दुखों को समझकर उसके लिए दुआएं और काम करेगा। ऐसे ही उम्मत के रहनुमा मौलाना सोहेल अहमद नदवी अब हमारे बीच नहीं रहे हैं, एक सूचना के अनुसार मौलाना सोहेल अहमद नदवी नायब नाज़िम अमीराते शरिया फुलवारी शरीफ़ पटना बिहार का इंतकाल हो गया है। आप ( मौलाना मरहूम) समान नागरिक संहिता के ख़िलाफ़ लोगों को सावधान और जागरूक करने के सिलसिले में झारखंड और ओडिशा के दौरे पर थे, ज़ुहर की नमाज़ अदा करते समय सजदे की हालत में आपका इंतक़ाल हुआ है, इन्नालिल्लाहि व इन्ना इलैहि राजएऊन। आलमे इस्लाम मौलाना की अचानक मौत की ख़बर सुनकर स्तब्ध और ग़मज़दा है। मरहूम मौलाना क़ौम और देश के लिए अनमोल और क़ीमती सरमाया थे, इस्लाह मुआशरा में आपका बहुत योगदान है। उनकी ज़िंदगी इमारतें शरिया और लोगों की भलाई में लगी रही, अल्लाह ताअला उनकी मग़फरत के फैसले फ़रमा कर जन्नत उल फ़िरदौस में आला मक़ाम अता फरमाए, आमीन। अल्लाह उनके दोस्तों, रिश्तेदारों, परिवार वालों और मिलने जुलने वालों को भी सब्र जमील अता फरमाए आमीन।