मुख्यमंत्री केजरीवाल ने की बाढ़ प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचाने की घोषणा
दिल्ली में मोरी गेट राहत शिविर का लिया जायज़ा

नई दिल्ली (इमरान कलीम)
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार दोपहर को मोरी गेट स्थित एक स्कूल में बने राहत शिविर का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया और कहा कि बाढ़ प्रभावितों के लिए दिल्ली के छह ज़िलों में सरकार ने स्कूलों या धर्मशालाओं में राहत शिविर लगाए हैं,जहां खाना-पानी और टॉयलेट्स का उचित इंतज़ाम किया गया है। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार बाढ़ प्रभावितों की हर संभव मदद करेगी। जिन लोगों का ज़्यादा नुकसान हुआ है,उनकी सहायता के लिए सरकार जल्द घोषणा करेगी। जिन लोगों के ज़रूरी कागज़ात पानी में बह गए हैं। कैम्प लगाकर उनके कागजात बनाए जाएंगे और जिन बच्चों की किताबें-ड्रेस बह गए हैं,उनके लिए दोबारा किताब व ड्रेस का इंतजाम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में यमुना का जलस्तर घटने के साथ-साथ आम जनजीवन भी समान्य होता जा रहा है। इस दौरान राजस्व मंत्री आतिशी,सेंट्रल दिल्ली के प्रभारी मंत्री इमरान हुसैन,स्थानीय विधायक प्रहलाद सिंह साहनी और पार्षद पुनरदीप सिंह साहनी भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने बयान में हरियाणा के उस आरोप का खंड़न किया है,जिसमें कहा जा रहा है कि दिल्ली सरकार ने यमुना पुल के रखरखाव का पैसा नहीं दिया है। इस संबंध में सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि मैंने इस बारे में पता किया है। यमुना के पुल के रखरखाव का पैसा दिल्ली सरकार नहीं देती है, बल्कि एनटीपीसी देती है। एनटीपीसी भी केंद्र सरकार के अधीन आती है। इसलिए इस बारे में एनटीपीसी ही सही बता सकती है। यमुना पुल के रखरखाव में दिल्ली सरकार की कोई भूमिका नहीं है। हरियाणा सरकार गलत बोल रही है कि दिल्ली सरकार ने पैसा नहीं दिया है। जब से आईटीओ बैराज के पांच गेट नहीं खुलने का मुद्दा उठा है और मीडिया की सुर्खियों में आया है, तब से वे लोग कोई न कोई बहाना ढूंढ रहे हैं। लेकिन यह समय आपस में दोषारोपण का नहीं है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जलभराव के चलते बंद सड़कों को चालू करने को लेकर कहा कि हम सड़क पर जमा पानी को पंप से निकालने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ जगहों पर जमा पानी को जल्द निकाल दिया जा रहा है, जबकि कुछ जगहों पर थोड़ा समय लग रहा है। सीएम ने कहा कि यमुना का जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है और अब जलस्तर 205.9 मीटर पर आ गया है। जबकि यह 208.6 मीटर तक पहुंच गया था। जैसे-जैसे यमुना का जलस्तर नीचे जा रहा है,वैसे-वैसे आम जनजीवन समान्य होता जा रहा है। कई इलाकों से पानी निकल गया है, जबकि कुछ इलाकों में अभी बचा है। इसे भी जल्द निकालने का प्रयास जारी है। भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने जा रहे प्रभारी मंत्रियों का विरोध करने पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा को इस तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए। सबको मिलकर काम करना चाहिए। इस संकट के समय में भी अगर पार्टीबाजी करेंगे,तो यह ठीक नहीं है।