भाजपा ने नीच दांव खेलते हुए शिवसेना का नाम और निशान गद्दारों को दिया : उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने कहा कि राजनीति में इन्हें ख़त्म करने तक चुप नहीं बैठूंगा।

मुंबई (एप न्यूज़ डेस्क)
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे रत्नागिरी ज़िले में बारसू के रिफाइनरी प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे स्थानीय लोगों के समर्थन में आए और उन्होंने महाड की रैली को संबोधित करते हुए सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को लगा कि शिवसेना ख़त्म हो गई और कुछ लोगों को लगा कि वे लोग ही असली शिवसेना हैं लेकिन जिन्हें ये ग़लतफहमी है, वे यहां पर इकट्ठा हुई इस भीड़ को देख लें। ठाकरे ने कहा कि शिवसेना अब दस गुना बढ़ रही है। बीजेपी ने पार्टी सिंबल चुराकर उन्हें देने की गंदी चाल चली है। मेरे पास उद्धव बालासाहेब ठाकरे के नाम के अलावा कुछ नहीं है। कुछ और लोग साथ आएंगे। इस तरह की एकजुट लड़ाई के बिना बीजेपी नहीं हारेगी। मैं इसलिए नहीं डरता क्योंकि मैंने पाप नहीं किया है। उन्होंने कहा कि लोगों को परेशान किया जा रहा है। जब तक कोंकणी बंधु हां नहीं कहेंगे तब तक प्रोजेक्ट नहीं होने दिया जाएगा। उद्धव ठाकरे ने पूरी तरह से बीजेपी पर अपना गुस्सा उतारा। शिव सेना पार्टी का नाम और निशान छिन जाने के मुद्दे पर उन्होंने बीजेपी पर करारा हमला किया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि बजरंग दल पर पाबंदी लगने से इतनी परेशानी हो रही है तो शिवसेना को जो ख़त्म करने निकले हैं उनका क्या करना चाहिए। उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी को ख़त्म करने तक चुप नहीं बैठूंगा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी ने बहुत ही नीच दांव खेलते हुए शिवसेना का नाम और निशान गद्दारों को दिया। राजनीति में इन्हें ख़त्म करने तक चुप नहीं बैठूंगा। कई लोगों को लगा कि शिवसेना खत्म हो गई, कुछ लोगों को लगा कि शिवसेना उनकी है। मुझ पर आरोप लगाने से कई लोगों को रोज़ी रोटी मिलती है। गद्दारों को अपने साथ लेकर बीजेपी ने अपने सिर पर क्यों चढ़ाया। मेरी पीठ पर वार किया गया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि कर्नाटक में पीएम ने बोला कि बजरंग बली का नाम लेकर मतदान करो, यह धार्मिक प्रचार नहीं है क्या? बजरंग बली की जय क्यों? कांग्रेस बोली कि बजरंग दल पर पाबंदी लगाई जायेगी तो पीएम बजरंग बली की जय बोलने को कह रहे हैं लेकिन तुम शिवसेना को ख़त्म करने के लिए निकले तो तुम्हारा क्या किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जय भवानी जय शिवाजी बोलकर कर्नाटक के लोग मतदान करें।