आम चुनावों से पहले सीटिंग मुख्यमंत्री को गिरफ़्तार किया जाना लोकतंत्र की हत्या और करोड़ों लोगों का अपमान है : श्रीमती दीपमाला श्रीवास्तव (राष्ट्रीय अध्यक्षा पब्लिक पोलिटिकल पार्टी )
नई दिल्ली (एशियन पत्रिका ब्यूरो)
देशहित और सवर्णों की एकमात्र पब्लिक पोलिटिकल पार्टी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दिल्ली शराब नीति केस में की गई गिरफ़्तारी की घोर निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। पब्लिक पोलिटिकल पार्टी ने गिरफ़्तारी पर भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि आम चुनाव से ठीक पहले एक सीटिंग मुख्यमंत्री को गिरफ़्तार किया जाना अनुचित है।
पब्लिक पोलिटिकल पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती दीपमाला श्रीवास्तव ने अरविंद केजरीवाल की ईडी द्वारा गिरफ्तारी पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि शराब नीति केस की दो साल से जांच चल रही है और कोई बड़ा तथ्य या पैसा न सीबीआई बरामद कर पाई और न ईडी को मिला है लेकिन ठीक लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद, अरविंद केजरीवाल को अरेस्ट कर लिया जाता है तो इसमें राजनीति द्वेषभाव और साज़िश की गंध आ रही है। केजरीवाल की गिरफ़्तारी से भाजपा ने अपने ऊपर लगे उन आरोपों को सही साबित किया है कि भाजपा डरी हुई है और वह अपनी हार और पोलिटिकल पार्टी के नेताओं से घबराकर ऐसे कदम उठवा रही है। अभी चुनावी चंदा बांड योजना में भी भारतीय जनता पार्टी की अवैध रूप से धन उगाही उजागर हुई है।
पब्लिक पोलिटिकल पार्टी का कहना है कि भाजपा भय दिखाने, अपनी मनमानी करने और विपक्षी नेताओं को गिरफ़्तार करवाने का कार्य कर रही है जिसका मतलब ये संदेश देना है कि भाजपा के ख़िलाफ़ कोई बोलेगा तो उसे बख़्शा नहीं जाएगा।
श्रीमती दीपमाला श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ़्तार किया जाना सरासर अनुचित इसलिए भी है कि उन्होंने अपनी गिरफ़्तारी की आशंका पहले ही व्यक्त की थी और भाजपा पर अपनी गिरफ़्तारी के षड़यंत्र का खुला आरोप लगाया था। अरविंद केजरीवाल की इस समय गिरफ्तारी भाजपा की विपक्ष को डराने-धमकाने की नीति का ही एक भाग माना जा रहा है भारतीय जनता पार्टी के मुखिया सत्ता के नशे में चूर होकर संविधान और लोकतंत्र के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं। जो देश के करोड़ों लोगों का अपमान ही है।
ज्ञात रहे कि ईडी का कहना है कि उसकी जांच में सामने आया है कि प्रोसीड ऑफ क्राइम के दौरान 338 करोड़ रुपए आम आदमी पार्टी तक पहुंचे हैं।आम आदमी पार्टी के मनीष सिसोदिया की बेल पर कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी ने 338 करोड़ रुपए की मनी ट्रेल अदालत के सामने रखी थी। जिसमें यह साबित करने की कोशिश की गई है कि आबकारी नीति के दौरान शराब माफिया से 338 करोड़ रुपए आम आदमी पार्टी तक पहुंचे हैं और आम आदमी पार्टी के संरक्षक अरविंद केजरीवाल हैं। उन्हें कई बार सम्मन भेजे गए। ईडी ने केजरीवाल को 17 मार्च को 9वां समन भेजा। केजरीवाल 19 मार्च को समन के ख़िलाफ़ हाईकोर्ट पहुंचे थे। उनकी याचिका पर 20 मार्च को सुनवाई हुई थी। अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट से ये भरोसा मांगा था कि अगर वे पूछताछ के लिए ईडी जाते हैं तो उन्हें गिरफ़्तार नहीं किया जाए। कोर्ट ने साफ़ किया कि केजरीवाल को ईडी के सामने पेश होना होगा, उनकी गिरफ़्तारी पर रोक नहीं है। बस इसके पश्चात ईडी ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया 13 महीने और आप नेता संजय सिंह 6 महीने से जेल में हैं।