असम सरकार के कृषि विभाग घोटाले के खिलाफ असम उन्नयन परिषद ने उठाई आवाज। उन्नयन परिषद ने विवादित ठेकेदार बसंत चंद्र और जीवन केवट के खिलाफ किया कार्रवाई की मांग।
असम सरकार के कृषि विभाग घोटाले के खिलाफ असम उन्नयन परिषद ने उठाई आवाज। उन्नयन परिषद ने विवादित ठेकेदार बसंत चंद्र और जीवन केवट के खिलाफ किया कार्रवाई की मांग।

असम सरकार के कृषि विभाग घोटाले के खिलाफ असम उन्नयन परिषद ने उठाई आवाज।
उन्नयन परिषद ने विवादित ठेकेदार बसंत चंद्र और जीवन केवट के खिलाफ किया कार्रवाई की मांग।
पंकज नाथ, असम, 26 नवंबर :
असम के सामाजिक-आर्थिक पहलुओं में काम करने वाला जातीय संगठन असम उन्नयन परिषद राज्य के बियागोम कृषि विभाग के घोटाले के खिलाफ खुलकर सामने आया है। राज्य में विभिन्न सरकारी विभागों के साथ कृषि विभाग में भी गंभीर घोटाले हुए हैं। ट्रैक्टर, पावरटिलर कृषि उपकरण, उर्वरक, बीज और प्रधानमंत्री किसान योजना के नाम पर बड़े पैमाने पर घोटाले हुए हैं। कल शनिवार को गुवाहाटी के बेलतला के जयानगर स्थित सुकाफा भवन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए असम उन्नयन परिषद के अध्यक्ष मौसम कुमार उजीर ने बताया कि वर्तमान कृषि विभाग भ्रष्ट अधिकारियों और ठेकेदारों के लिए सोने के अंडे देने वाली मूर्गी में बदल गया है। जिस समय में जब प्रदेश के किसानों के विकास के हित में किसानों को राहत देने के लिए काम किया जाना चाहिए था, ऐसे समय में विभाग के कई भ्रष्ट अधिकारी और कुछ ठेकेदार विभाग में लूट राज चला रहे हैं। आरोप अनुसार केवल कुछ गिनी-चुनी ठेकेदार ही टेंडर मैनेज कर करोड़ों रुपये लूट रहे हैं। परिषद के अध्यक्ष मौसम कुमार उजीर ने आरोप लगाया कि इस वजह से असली लाभार्थी सभी सुविधाओं से वंचित हो गए हैं। आरोप है कि शक्ति एंटरप्राइज, राजा इंटरप्राइज और श्रीकृष्ण इंटरप्राइज के स्वामित्व वाले वसंत चांडक और जीवन केवट खाद और बीज की आपूर्ति के नाम पर विभाग से करोड़ों रुपये लूट रहे हैं। परिषद ने सवाल उठाया कि किसे मेनेज करके इन कंपनियों को करोड़ों रुपये के ठेके मिल रहे हैं? 2016 से 2022 तक कृषि विभाग में तहकीकात करने से सब असलीयत सामने आ जायेगा । असम उन्नयन परिषद के महासचिव चंदन बोरदोलोई ने संभागीय मंत्री अतुल बोरा से कृषि विभाग के अंदर वास्तव में क्या हो रहा है, इसका जायजा लेने का आग्रह किया। बोरदोलोई ने यह भी बताया कि इस बियागोम संभाग में एक प्रतापी मंत्री की मौजूदगी के बाद भी इस तरह का घोटाला कैसे हो सकता है, यह सवाल आज आम लोगों के मन में उठ खड़ा हुआ है? इसलिए कल प्रेस कॉन्फ्रेंस से परिषद के महासचिव चंदन बोरदोलोई ने मंत्री अतुल बोरा से कृषि विभाग को नए विचारों के साथ आगे बढ़ाने के साथ ही केवल गिनी-चुनी ठेकेदार को लूटने की सुविधा न देकर सभी को समान अवसर प्रदान करने का आह्वान किया। गौरतलब है कि परिषद विभिन्न विभागों में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाती रही है। परिषद पहले ही विभाग में सूचना अधिनियम (आरटीआई) के तहत आरटीआई कर चुका है, लेकिन उन्होंने उचित जवाब नहीं दिया है। इसलिए विभाग के साथ-साथ लूटपाट करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ परिषद कुछ कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है। परिषद ने कृषि विभाग में हो रहे बियागोम घोटाले के खिलाफ असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्वा सरमा के हस्तक्षेप की मांग की है। इस बीच परिषद ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिक्र किया कि कृषि विभाग में हुए घोटाले के खिलाफ दिसंबर के पहले सप्ताह में नई दिल्ली जाकर केंद्रीय कृषि मंत्री से शिकायत कर प्रधानमंत्री कार्यालय को लिखित शिकायत सौंपकर मामले को राष्ट्रीय मीडिया के संज्ञान में लाया जाएगा ৷ शनिवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय अध्यक्ष मौसम कुमार उजीर, महासचिव चंदन बोरदोलोई, उपाध्यक्ष बिपिन सैकिया, मुख्य संगठन मंत्री प्रतुल कलिता, संगठन सचिव बिस्वजीत हजारिका, पत्रिका सचिव मेरिलिन दत्त , वित्त सचिव तरुण मोहन उपस्थित थे।