कर्नाटक में बने मंत्रियो की सम्पत्तियो का ब्योरा आया सामने
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार सबसे अमीर कैबिनेट मंत्री हैं

नई दिल्ली (एप ब्यूरो)
कर्नाटक में मुख्यमंत्री और कैबिनेट के 9 मंत्रियों का शपथ ग्रहण 20 मई को सम्पन्न हुआ है। जिसमें डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम बनाए गए। इन सभी को राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने शपथ दिलाई। सीएम सिद्धारमैया कुरुबा से और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं। इनके अलावा, डॉ. जी परमेश्वर, केएच मुनियप्पा, प्रियांक खड़गे एससी से हैं। सतीश जारकीहोली एसटी, एमबी पाटिल लिंगायत कम्युनिटी, केजी जॉर्ज क्रिश्चियन, जमीर अहमद खान मुस्लिम और रामालिंगा रेड्डी रेड्डी समुदाय से हैं। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार सबसे अमीर कैबिनेट मंत्री हैं, क्योंकि उन्होंने कुल 1413.80 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे सबसे कम घोषित कुल संपत्ति वाले मंत्री हैं। चित्तपुर से विधायक प्रियांक के पास महज 16.83 करोड़ रुपए की संपत्ति है। इन मंत्रियों की औसत संपत्ति 229.27 करोड़ रुपए है। रिपोर्ट में सभी नौ मंत्रियों की देनदारियों का जिक्र भी है। इनमें भी सबसे अधिक देनदारी वाले व्यक्ति कनकपुरा से विधायक डीके शिवकुमार हैं। उनके पास 265.06 करोड़ की देनदारियां हैं। रिपोर्ट में केजे जॉर्ज के बारे में जानकारी नहीं है। भारतीय चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उनके स्पष्ट और पूर्ण हलफनामों का विवरण मौजूद नहीं था। इसलिए उनका डेटा एनालिसिस नहीं हो सका। रिपोर्ट के मुताबिक सिद्धारमैया कैबिनेट के 9 में से 3 मंत्रियों के पास केवल स्कूली शिक्षा है। ये तीन 8वीं पास से 12वीं पास हैं। जबकि छह मंत्रियों ने ग्रेजुएशन या उससे ज्यादा पढ़ाई की है। हलफनामों में पांच मंत्रियों ने अपनी उम्र 41 से 60 साल के बीच बताई है, जबकि चार मंत्रियों ने अपनी उम्र 61 से 80 साल के बीच बताई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कर्नाटक के नए मंत्रिमंडल में कोई महिला मंत्री शामिल नहीं है। 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे। कांग्रेस ने 224 सीटों में से 135, भाजपा ने 66 और जेडीएस ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी। नतीजे आने के बाद कांग्रेस में सीएम पद को लेकर पांच दिन तक मंथन चलता रहा। सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच दावेदारी थी। आलाकमान ने सिद्धारमैया को चुना। डीके को सोनिया गांधी ने डिप्टी सीएम के लिए मनाया। शिवकुमार फ़िफ्टी फिफ्टी फॉर्मूले पर राजी हुए हैं। पहले ढाई साल सिद्धारमैया सीएम रहेंगे और बाद के ढाई साल डीके। यानी डीके लोकसभा चुनाव के बाद 2025 में मुख्यमंत्री बनेंगे।