कनाडा में श्रीभगवद गीता पार्क में भारत और मोदी विरोधी नारे लिखकर की गई तोड़फोड़
पार्क के संकेत चिह्न को तोड़ दिया गया

नई दिल्ली (एप न्यूज़ डेस्क)
कनाडा में हिन्दू धार्मिक स्थलों पर हमले और भारत विरोधी नारों की मुहिम थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब ग्रेटर टोरंटो क्षेत्र के ब्रैम्पटन शहर में श्री भगवद गीता पार्क पर हमला हुआ है। साथ ही वहां नारे लिखकर तोड़फोड़ की गयी। कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में 3.7 एकड़ में फैले ट्रॉयर्स पार्क को पिछले साल सितंबर में श्रीभगवद गीता पार्क के रूप में परिवर्तित किया गया था। इस पार्क को गीता के संदेशों से जोड़कर संवारने की तैयारी हो रही है। इसके तहत पार्क में मूर्तियां बनाने की योजना है,जिसमें रथ पर भगवान कृष्ण और अर्जुन की मूर्ति भी शामिल है। इस पार्क पर हमला कर पार्क के संकेत चिह्न को तोड़ दिया गया है। हमलावरों ने भारत के प्रधानमंत्री के ख़िलाफ़ नारे लिख दिए थे। सुबह सफाई कर्मियों ने इसे देखा तो नारे हटाकर संकेत चिह्न को मूल स्थिति में लगा दिया गया। इसे लेकर ब्रैम्पटन के भारतवंशियों में आक्रोश देखा गया है। भारतीय-कनाडाई लोगों ने इस बर्बरता पर अपना गुस्सा ज़ाहिर किया। इसे पूरी तरह से हिंदूफोबिया से ग्रस्त मामला बताया और कट्टरपंथी तत्वों के ख़िलाफ़ तत्काल और निर्णायक कार्रवाई की मांग की गई है।
ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने कहा कि वह इस बर्बरता से नाराज़ हैं और शहर में किसी भी धार्मिक समुदाय को डराने-धमकाने के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति लागू है। ब्रैम्पटन शहर के ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट किया गया कि पार्क साइन को निशाना बनाकर की गई बर्बरता की हालिया कार्रवाई के बारे में जानकर बहुत निराशा हुई, यह एक धार्मिक समुदाय पर हमला है। ट्वीट में कहा गया कि मामला पील क्षेत्रीय पुलिस को भेजा गया है। दुर्भाग्य से इस क्षेत्र में बर्बरता की ऐसी कई घटनाएं अभी भी अनसुलझी हैं और किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। ट्वीट में कहा गया है कि ब्रैम्पटन शहर में हम असहिष्णुता और भेदभाव के ऐसे कृत्यों के ख़िलाफ़ एकजुट हैं। हम विविधता,समावेशिता और सभी के प्रति सम्मान के अपने मूल्यों को गर्व से कायम रखते हैं और नफ़रत के इन कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।