गाज़ियाबाद में आशा शर्मा की उम्मीदवारी के समर्थन में सामने आया ब्राह्मण समाज
यूपी निकाय चुनाव का पारा हुआ तेज़,

गाजियाबाद (एप ब्यूरो)
यूपी में जैसे जैसे निकाय चुनाव का पारा चढ़ रहा है वैसे वैसे पूरे प्रदेश में उम्मीदवार अपना दमखम ठोक रहे हैं और समाज के लोग भी अपने समर्थन को ज़ाहिर करने लगे हैं। गाज़ियाबाद में चुनावी सरगर्मियां तेज़ हो गईं हैं। सभी पार्टियां जहां जिताऊ प्रत्याशी की तलाश में हैं वहीं भारतीय जनता पार्टी के पास एक ऐसा आज़माया हुआ चेहरा है जिसने पिछले कार्यकाल में गाजियाबाद नगर निगम को स्वच्छता के मामले में पूरे प्रदेश में पहले स्थान तथा देशभर में 12वें स्थान पर ला दिया था। स्वच्छता के मामले में शून्य से यहां तक का सफर गाजियाबाद की रंगत बदल चुका है। गाज़ियाबाद की पहली महिला मेयर रही आशा शर्मा को लेकर यहां जनता में भी काफी उत्साह है लोगों का मानना है कि उनका दूसरा कार्यकाल गाज़ियाबाद को इंदौर के समकक्ष खड़ा कर सकता है। गाजियाबाद के चुनावी समीकरण भी उनके पक्ष में ही जाते दिख रहे हैं। अभी तक गाजियाबाद के चुनावों में निर्णायक भूमिका निभाने वाला ब्राह्मण मतदाता भी आशा शर्मा के पीछे मज़बूती से खड़ा दिखाई दे रहा है। तमाम ब्राह्मण संगठन उनकी उम्मीद्वारी को लेकर मुखर भी हो रहे हैं।
वर्ल्ड ब्राह्मण फेडरेशन यूथ विंग के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री पंडित मनोज गौतम का कहना है कि निवर्तमान मेयर आशा शर्मा ने नगर की जिस प्रकार से सूरत बदली है उसके बाद यहां आने वाले लोग भी गाजियाबाद को देख अचंभित रह जाते हैं।
सपा और बसपा की सरकारों के समय में गंदगी और अव्यवस्थाओं के लिए बदनाम हो चुका गाजियाबाद अब स्वच्छता को लेकर देश व प्रदेश में नई पहचान बना रहा है। आशा शर्मा के दोबारा चुने जाने पर अभी तक हुए विकास कार्यों की श्रंखला न केवल जारी रहेगी बल्कि गाज़ियाबाद के लोगों के सुखद एहसास को बढ़ाएगी।
राष्ट्रीय एकता सनातन मंच के राष्ट्रीय मंत्री व सीता रसोई के संयोजक श्याम दत्त कौशिक उर्फ टिल्लू पंडित का कहना है कि किसी भी महापौर को अपने पहले कार्यकाल में कुछ समय समस्याओं को समझने और उनके निराकरण करने के तरीके निकालने में लगता है। निवर्तमान महापौर को यदि दोबारा अवसर मिलता है तो गाजियाबाद का चल रहा विकास और तेज़ी से होगा जिसका सीधा लाभ यहां की जनता को मिलेगा।