नई दिल्ली (एप ब्यूरो)
सभी पाठ्यक्रमों लिए दिल्ली विश्वविद्यालय में नए अकादमिक सत्र की शुरुआत हो गई है इसके साथ ही कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले तीन वर्षों से बिगड़ा हुआ विश्वविद्यालय का अकादमिक कैलेंडर भी व्यवस्थित हो रहा है। विश्वविद्यालय के छात्र संगठनों ने नए छात्रों के लिए परिसर के आस-पास हेल्प डेस्क लगाए हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने नए छात्रों की आवास संबंधी समस्याओं के समाधान में मदद करने के लिए बूथ भी तैयार किए हैं। ज्ञात रहे कि कोरोना वायरस महामारी ने अकादमिक कैलेंडर को बिगाड़ दिया था, जिसके परिणामस्वरूप कॉलेजों में अवकाश केवल कुछ ही दिनों के लिए दिया गया था या फिर अवकाश को रद्द कर दिया गया था। कैलेंडर के बिगड़ने से सेमेस्टर की समरूपता पर भी असर पड़ा क्योंकि कक्षाएं अलग-अलग समय पर शुरू हो रही थीं।
कई छात्रों ने दाखिला प्रक्रिया शुरू होने पर उत्साह जताया है। और बहुत अच्छी प्रतिक्रियाएं दी हैं। बताया गया कि पिछले साल के मुकाबले इस साल का केंद्रीय विश्वविद्यालय संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) प्रश्न पत्र मुश्किल था लेकिन अनेक छात्रों ने दाखिला मिलने पर खुशी जताई है।
विश्वविद्यालय में इस वर्ष बी.टेक के तीन और पांच वर्षीय एलएलबी सहित नए पाठ्यक्रमों को भी शुरू किया गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने छात्रों को तीन वर्षीय या फिर चार वर्षीय कार्यक्रम चुनने का विकल्प भी दिया है। छात्र, अकादमिक सत्र 2022-23 से लागू स्नातक पाठ्यचर्या रूपरेखा (यूजीसीएफ) 2022 पर आधारित संशोधित पाठ्यक्रम है। पदाधिकारियों ने बताया है कि विश्वविद्यालय इस वर्ष 2020 के बाद अपना पहला छात्र संघ चुनाव भी आयोजित करेगा। उन्होंने बताया कि छात्र संघ चुनाव सितंबर या फिर अक्टूबर में आयोजित किए जाने की संभावना है। छात्र संगठनों ने नॉर्थ कैंपस में जगह-जगह रैली निकाली और हेल्प डेस्क लगाकर नए छात्रों की मदद करने के अलावा अपने-अपने चुनाव प्रचार की भी शुरुआत की।