पहलवानों का विरोध प्रदर्शन अब किसानों के आंदोलन जैसा बन रहा है

किसानों और उनकी खाप पंचायतों का जंतर मंतर पहुंचना बन रहा है खास ख़बर

नई दिल्ली (संवाददाता)

देश की राजधानी दिल्ली का जंतर मंतर अब एक बड़े प्रदर्शन का गवाह बन चुका है। यहां पर देश के पहलवानों के समर्थन में लगातार नेता और प्रमुख व्यक्ति आ रहे हैं लेकिन अब

किसानों और उनकी खाप पंचायतों का सहयोग मिलना एक नई खबर बन गया है। देश की महिला पहलवान जो 23 अप्रैल से राष्ट्रीय राजधानी में जंतर मंतर पर धरने पर बैठी हैं और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं। विवाद और विरोध प्रदर्शन बड़ा बन चुका है। पहले अलग-अलग पार्टियों के नेता पहुंचे और अब किसान और खाप पंचायत की एंट्री हो चुकी है। इस बीच प्रदर्शन में 8 मई को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब बैरिकेड्स तोड़े गए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ नारेबाजी की गई। मामला गरमाता देख विरोध के प्रमुख चेहरों में से एक महिला पहलवान विनेश फोगाट की प्रतिक्रिया सामने आई है।

विनेश फोगाट ने जंतर-मंतर से कहा कि हम बजरंगबली के भक्त हैं लेकिन हमारी ओर से न तो बैरिकेड्स तोड़े गए और न ही नारे लगाए गए। ये इस भीड़ में घुसे असमाजिक तत्वों की हरकते हैं। हमारा आंदोलन बदनाम करने की साज़िश है। ज्ञात रहे कि ये पहलवान कुश्ती संघ के अध्यक्ष और कई बार के बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप लगाते हुए गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। जंतर मंतर पर पंजाब से किसान और हरियाणा से खाप सदस्य पहलवानों को समर्थन देने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे हैं। उन्होंने प्रदर्शन स्थल पर पहुंचने के लिए पुलिस के ‘बैरिकेड’ भी तोड़ दिए। यह पहलवानों के आंदोलन से ज़्यादा किसानों के विरोध जैसा बन रहा है।

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