असम के सोनितपुर लोकसभा क्षेत्र में एजीपी के बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में उपस्थित हुए एजीपी अध्यक्ष अतुल बोरा।
असम के सोनितपुर लोकसभा क्षेत्र में एजीपी के बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में उपस्थित हुए एजीपी अध्यक्ष अतुल बोरा।

असम के सोनितपुर लोकसभा क्षेत्र में एजीपी के बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में उपस्थित हुए एजीपी अध्यक्ष अतुल बोरा।
पंकज नाथ, असम, 1 फरवरी:
असम में शोणितपुर लोकसभा क्षेत्र से एजीपी बूथ कार्यकर्ताओं का एक सम्मेलन आज तेजपुर में आयोजित किया गया। सम्मेलन में एजीपी अध्यक्ष तथा असम के कृषि मंत्री अतुल बोरा भी मौजूद थे। इस अवसर पर बोरा ने कहा कि तेजपुर के लोगों ने एजीपी को जातीयतावादी शक्ति बनाने में बहुत योगदान दिया है। तेजपुर की पूज्य जनता के दिलों में आज भी एजीपी के लिए बहुत प्यार है। इस कार्यक्रम में एजीपी नेता और कार्यकर्ता को एजीपी को पहले से कहीं अधिक मजबूत करने के उत्साह को देखकर अध्यक्ष अतुल बोरा खुश हुए । उन्होंने कहा कि एजीपी आने वाले दिनों में राज्य की राजनीति में फिर से प्रभाव डालेगी। अध्यक्ष अतुल बोरा ने आज की बैठक में बूथ के सहयोगियों से जाति, वर्ण , भाषा और समुदाय से ऊपर उठकर अपने-अपने बूथों को व्यवस्थित करने और तेजपुर में एक नए रूप में एजीपी को मजबूत करने की अपील की। असम के मंत्री तथा एजीपी अध्यक्ष अतुल बोरा ने कहा कि लोग अब कांग्रेस के पक्ष में नहीं हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता कांग्रेस का पूरी तरह से बहिष्कार करेगी। राहुल गांधी असम आए और गए। उनकी न्याय यात्रा असम के जागरूक लोगों को प्रभावित नहीं करती है। इसलिए मंत्री अतुल बोरा ने हर बूथ सदस्य से जमीनी स्तर पर अधिक उत्साह के साथ काम करने का आग्रह किया ताकि जातीयता वादी सोच के साथ और एजीपी के लिए आने वाले चुनावों में पार्टी की ताकत को दिखाया जा सके। एजीपी के कार्यकारी अध्यक्ष तथा असम के स्वास्थ्य मंत्री केशव महंत भी आज की बैठक में मौजूद थे और उन्होंने अपने भाषण से पार्टी के बूथ कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया। पार्टी के आज के सम्मेलन में अध्यक्ष, कार्यकारी अध्यक्ष के साथ पार्टी उपाध्यक्षों, महासचिवों, सचिवों, केंद्रीय समिति के सदस्यों और सदस्यों, असम आंदोलन के एक प्रमुख नेता महेंद्र केवट, एजीपी नेता अपूर्वा भट्टाचार्य सहित एजीपी के सोनितपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत जिला, विधानसभा, मंडल और क्षेत्रीय समितियों के अध्यक्ष, सचिव, अन्य पदाधिकारी, एजीपी के सहयोगी संगठनों के अध्यक्ष, सचिवों और बूथ समिति के अध्यक्षों, सचिवों और बूथ समिति के अध्यक्षों, सचिवों और पदाधिकारियों सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।