आईपीओ से 327 कंपनियों ने जुटाए रिकॉर्ड 1.69 लाख करोड़, विभोर स्टील को मिला सबसे अधिक सब्सक्रिप्शन
327 companies raised a record Rs 1.69 lakh crore from IPO, Vibhor Steel got the highest subscription

नई दिल्ली, इस साल भारतीय शेयर बाजार ने जहां रिकॉर्ड उच्च स्तर बनाया, वहीं दूसरी ओर प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम यानी आईपीओ से 327 कंपनियों ने रिकॉर्ड 1.69 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं। वोडाफोन के फॉलोऑन पब्लिक ऑफर के 18,000 करोड़ को जोड़ लें तो यह रकम 1.87 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी। इसमें 90 आईपीओ से 1,59,66 करोड़ रुपये मुख्य प्लेटफॉर्म से जुटाए गए हैं। 237 कंपनियों ने एसएमई प्लेटफॉर्म के जरिये 9,192 करोड़ रुपये जुटाए हैं। एक्सचेंजों के आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर के अंत तक जो इश्यू आने वाले हैं, उनको मिलाकर कुल 26,024 करोड़ रुपये की रकम जुटाई जाएगी। नवंबर में 30,301 करोड़ और अक्तूबर में 38,701 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं। इससे पहले 2023 में 58 कंपनियों ने 49,437 करोड़, 2022 में 40 कंपनियों ने 59,939 करोड़ और 2021 में 63 कंपनियों ने 1,19,882 करोड़ रुपये जुटाए थे।विभोर स्टील को सबसे अधिक सब्सक्रिप्शन इस साल आईपीओ में विभोर स्टील को सबसे अधिक 324 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। मानबा फाइनेंस को 224 गुना, केआरएन हीट को 213 गुना, गाला प्रीसीजन को 201 गुना और यूनिकॉर्न ई-सोल्यूशन को 168 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है।इन शेयरों ने दिया सर्वाधिक रिटर्नशेयर नाम रिटर्न (%)
ज्योती सीएनसी 302%
केआरएन हीट 220%
प्रीमियम 188%
भारती हेक्सॉकॉन 163%
एनवायरो 116%
इस साल के सबसे बड़े इश्यू ह्यूंडई 27,870 करोड़, स्विगी 11,327 करोड़, एनटीपीसी 10,000 करोड़, विशाल मेगामार्ट 8,000 करोड़ अगले साल भी रहेगी तेजी विश्लेषकों का मानना है कि आईपीओ का बाजार अगले साल भी गुलजार रहेगा। 2025 में कई बड़ी कंपनियां बाजार में उतरने वाली हैं। इसमें जियो से लेकर स्नैपडील, एनएसडीएल, एचडीबी, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स, फ्लिपकार्ट, इंदिरा आईवीएफ, हीरो फिनकॉर्प तक शामिल हैं। कुल 89 कंपनियां बाजार में उतर सकती हैं। इसमें से 34 को सेबी की मंजूरी भी मिल चुकी है जो 41,000 करोड़ रुपये जुटाएंगी।
एसएमई ने भी तोड़े रिकॉर्ड 2012 में एसएमई प्लेटफॉर्म लॉन्च होने के बाद सबसे अधिक रकम इसी साल जुटाई गई है। इस साल 9,192 करोड़ के अलावा 2023 में 182 कंपनियों ने 4,967 करोड़, 2022 में 109 कंपनियों ने 1,980 करोड़ और 2021 में 59 कंपनियों के जरिये 787 करोड़ रुपये की रकम जुटाई गई थी।