लुइतपोरिया स्वर्ण शाखा साहित्य सभा के आतिथ्य में डिब्रूगढ़ जिला साहित्य सभा का 11 वां विशेष वार्षिक अधिवेशन आयोजित कवि सम्मेलन
कवि सम्मेलन , कई पुस्तकों का विमोचन

डिब्रूगढ़, 15 फरवरी , संदीप अग्रवाल
डिब्रूगढ़ जिला साहित्य सभा का 11 वां विशेष वार्षिक अधिवेशन असम साहित्य सभा की स्वर्णिम इकाई लुइतपोरिया स्वर्ण शाखा साहित्य सभा, डिब्रूगढ़ के तत्वावधान में शहर के बाबूलाल पोद्दार पथ स्थित मोतीलाल जितानी भवन के प्रथम तल्ले में आयोजित किया गया | कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 8 बजे डिब्रूगढ़ जिला साहित्य सभा के उपाध्यक्ष भद्रेश्वर गोगोई और लुइतपोरिया स्वर्ण शाखा साहित्य सभा के अध्यक्ष डॉ. महेश कुमार जैन के करकमलों द्वारा राधाकृष्ण मंदिर परिसर में वृक्षारोपण के साथ हुई। उसके बाद डिब्रूगढ़ जिला साहित्य सभा के सभापति नोमल चंद्र गोगोई ने असम साहित्य सभा का झंडा उत्तोलन किया | नोमल चंद्र गोगोई तथा असम साहित्य सभा के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य परमेश्वर नलबरिया ने दीप प्रज्वल्लन तथा स्मृति तर्पण कार्यक्रम में अंश ग्रहण किया | इसमें उनके साथ डिब्रूगढ़ जिला साहित्य सभा तथा लुइतपोरिया शाखा के अन्यान्य सदस्य, सदस्याएं उपस्थित थे | पंजीकरण के पश्चात सुबह 9 बजे जिला कार्यकारिणी की बैठक हुई। उसके बाद प्रतिनिधि सभा का उद्घाटन असम साहित्य सभा के सांगठनिक सचिव तथा कर्णधार समिति के सदस्य अजय सिंह ने किया | उसके बाद डिब्रूगढ़ मंडल शाखाओं द्वारा ” द्विभाषी कवि सम्मेलन ” भी आयोजित किया गया । इस कवि सम्मेलन में भाग लेने वाले कवियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया | दोनों शाखाओं के सदस्यों द्वारा ” चीर स्नेही मूर भाषा जननी ” गीत की प्रस्तुति के साथ इस वार्षिक सम्मेलन का कार्यक्रम आगे बढ़ा | उद्घाटन समारोह शुरू हुआ | अतिथियों का स्वागत आयोजन समिति के सभापति राजकुमार अगरवाला तथा डिब्रूगढ़ जिला सचिव बदन गोगोई ने किया |आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. महेश कुमार जैन ने स्वागत भाषण पेश किया | आमंत्रित सभी अतिथियों का सेलेंग चादर और फूलाम गमछे से स्वागत किया गया। दिन के 1:30 बजे मुख्य सभा आयोजित की गई जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में असम साहित्य सभा के उपाध्यक्ष गिरीश संदिकोई , असम साहित्य सभा के पूर्व अध्यक्ष पद्मश्री प्रह्लाद चंद्र तासा सहित अन्य अतिथि के रूप में डिब्रूगढ़ जिला साहित्य सभा के पूर्व अध्यक्ष और कई अन्य विशिष्ट लोग उपस्थित थे। अपने संबोधन में प्रह्लाद तासा ने अग्रवाल समाज के युग प्रवर्तक महाराजा अग्रसेन के जीवन परिचय तथा उनके आदर्शों पर प्रकाश डालते हुए जानकारी उपस्थित सभी के समक्ष रखी , साथ ही उन्होंने लुइतपोरिया शाखा के शानदार आतिथ्य की भी सराहना की |
कार्यक्रम में आमंत्रित लुइतपोरिया स्वर्ण शाखा साहित्य सभा की कर्णधार समिति के सदस्यों मनीराम अगरवाला, आत्माराम बिरमीवाल , विश्वनाथ गाड़ोदिया , सलाहकार मनोहर वर्मा , श्रीमती पुष्पा बुकलसरिया, गुरुनाम सिंह ‘ दीपक ‘ , श्रीमती अर्चना पाण्डेय का भी स्वागत – सम्मान किया गया | मुकली सभा के दौरान डिब्रूगढ़ जिला साहित्य सभा द्वारा प्रकाशित ग्रंथो क्रमशः ” मंदाकिनी ” ( जिला साहित्य सभा का वार्षिक मुखपत्र , संपादक : – श्रीमती कुसुम सोनोवाल सैकिया ) , ” जोनाक ” ( जिला साहित्य सभा का काव्य ग्रंथ , संपादक : – भोगेश्वर गोगोई ) तथा लुइतपोरिया स्वर्ण शाखा साहित्य सभा की स्मारिका ” स्वर्णायन ” ( संपादक :- लखी जाजोदिया ) सहित अन्य काव्य ग्रंथों का भी विमोचन किया गया | इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में स्वागत समिति के अध्यक्ष राजकुमार अगरवाला, सचिव सुरेश अगरवाला, वित्त विभाग में कुमारी मुस्कान वर्मा सहित डॉ. महेश कुमार जैन ( अध्यक्ष ) , प्रो. राहुल दास ( सचिव , लुइतपोरिया स्वर्ण शाखा साहित्य सभा ) , संदीप केजरीवाल , सुमन शर्मा , पवन कुमार गाड़ोदिया , संदीप अग्रवाल सहित अन्य सदस्यों की अहम भूमिका रही | कार्यक्रम के अंत में राजकुमार अगरवाला ने सभी का धन्यवाद यापन किया | असम के जातीय गीत ” ओ मूर आपूनार देश ” की सामूहिक प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ | यह जानकारी लुइतपोरिया स्वर्ण शाखा साहित्य सभा के कार्यकारिणी सदस्य तथा आयोजन समिति के प्रचार सचिव संदीप अग्रवाल द्वारा दी गई है |