यूक्रेन में विदेशी सेना तैनात नहीं होगी युद्ध की समाप्ति से पहले : विदेश मंत्री (यूक्रेन)
नाटो शिखर सम्मेलन 11-12 जुलाई को।

नई दिल्ली (एप न्यूज़ डेस्क)
जब युद्ध चल रहा हो तब भला कोई दूसरा देश अपने सैनिकों को वहां कैसे भेज सकता है बस इसी बात को यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने भी कहा है कि यहां जारी युद्ध की समाप्ति से पहले कोई भी देश अपने सैनिकों को कीव में नहीं भेजेगा। उन्होंने ये बात नाटो के पूर्व महासचिव एंडर्स फॉग रासमुसेन के उस बयान के जवाब में कही है जिसमें कहा गया था कि अगर गठबंधन के सदस्य देश आगामी शिखर सम्मेलन में कीव को सुरक्षा की गारंटी नहीं देते हैं तो कुछ देश यूक्रेन में अपने सैनिकों को तैनात करने पर विचार कर सकते हैं। विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने कहा है कि जब तक यूक्रेन की ज़मीन पर जारी युद्ध समाप्त नहीं हो जाता है,दूसरे देश हमारे यहां अपने सैनिकों को तैनात नहीं करेंगे। समाचार एजेंसी के अनुसार प्रधानमंत्री के हवाले से कहा गया है कि यूक्रेनी पक्ष अपने सहयोगियों से हथियारों के लिए कह रहा है,सैनिकों को भेजने के लिए नहीं। कुलेबा ने आगे ज़ोर देकर कहा कि नाटो में यूक्रेन की संभावित सदस्यता रूस के कीव पर पूर्ण स्तर पर आक्रमण को समाप्त नहीं करेगी, लेकिन नए युद्धों को रोक सकती है। इस सप्ताह की शुरुआत में नाटो के पूर्व महासचिव एंडर्स फॉग रासमुसेन ने कहा था कि अगर गठबंधन के सदस्य देश आगामी शिखर सम्मेलन में कीव को सुरक्षा की गारंटी नहीं देते हैं तो कुछ देश यूक्रेन में अपने सैनिकों को तैनात करने पर विचार कर सकते हैं। ज्ञात रहे कि नाटो शिखर सम्मेलन 11-12 जुलाई को लिथुआनिया की राजधानी विल्नियस में आयोजित किया जाने वाला है।