बजरंग दल का खुलेआम त्रिशूल बांटने का कार्यक्रम दंगा भड़काने की एक और साज़िश
मुस्लिम कौंसिल आफ़ इंडिया ने पुलिस कमिश्नर सहित उच्च अधिकारियों को शिकायत दर्ज कराई

ग़ैरक़ानूनी हरकत करने वाले अभियुक्तों के विरुद्ध उचित कानूनी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए : मौलाना अब्दुल रशीद अध्यक्ष मुस्लिम काउंसिल ऑफ इंडिया
नई दिल्ली (एप ब्यूरो)
देश की राजधानी दिल्ली में अभी विधानसभा गठन के बाद सरकार पूरी तरह से एक्टिव भी नहीं हो पाई है कि साम्प्रदायिक और हिंसक तत्वों ने खुलेआम अपना तांडव शुरू करके दिल्ली को एकबार फिर दंगों की चपेट में लाने का प्रयास शुरू कर दिया है। ऐसी ही एक शिकायत मुस्लिम काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना अब्दुल रशीद ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर, ज्वाइंट कमिश्नर,सहित विभिन्न अधिकारियों से की है जिसमें कहा गया है कि लक्ष्मण सिंह डबोला सादतपुर,दिल्ली व अन्य द्वारा दंगो का दंश झेल चुके क्षेत्र में ग़ैरक़ानूनी रूप से हथियार बांटने व हथियार वितरण का कार्यक्रम रखकर इस पूरे क्षेत्र का माहौल ख़राब करने व हिन्दू मुस्लिम दंगों की कोशिश करने, मुस्लिम समुदाय की ख़िलाफ़ ज़हर घोलकर इलाके को पुनः दंगो की आग में झोंकने का प्रयास किया जा रहा है। जो वास्तव में धर्म के आधार पर अलगाव फैला कर देश की एकता अखंडता व भाईचारे को तोड़ने की कोशिश है। लक्ष्मण सिंह डबोला द्वारा बजरंग दल के नाम से करावलनगर क्षेत्र में एक पोस्टर चिपकवाया गया है जिसमें इस अभियुक्त व उसके अन्य साथियों द्वारा समस्त इलाके में बजरंग दल के नाम से पोस्टर लगा कर दिनांक 02.03.2025 को समय सुबह 10 बजे, पंडित महेंदर सेवा सदन, जोधा राम गली, दयालपुर,करावल नगर रोड, दिल्ली 110094 में हथियार वितरण कार्यक्रम में त्रिशूल बांटने का कार्यक्रम रखा गया है और वहां हथियार लेने के लिए युवाओं से जमा होने का आवाह्न किया गया है जिसके कारण दंगो का दंश झेल चुके इलाके में भय और तनाव का माहौल बन गया है और अनहोनी की आशंकाएं उत्पन्न हो गई हैं। इसलिए इस मामले पर उचित संज्ञान लेकर तुरंत कार्यक्रम को रोका जाए और इस तरह की ग़ैरक़ानूनी हरकत करने वाले उपरोक्त अभियुक्तों के विरुद्ध उचित कानूनी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए।
ज्ञात रहे कि यह वही पूर्वी दिल्ली का इलाका है जहां दिल्ली दंगों की हिंसा का भयानक रूप लोग झेल चुके हैं और अभी तक उससे उबर नहीं पाए हैं कि एक बार फिर यहां ऐसी देश तोड़ने वाली और हिंसक तत्वों की कोशिशें की जा रही हैं जिनपर विराम लगाना बहुत ज़रूरी है।