अब विदेशों में खालिस्तानियों के निशाने पर मंदिर और भारतीय संस्थान

ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास को खालिस्तान समर्थकों ने बंद करने के लिए किया मजबूर

नई दिल्ली (एशियन पत्रिका डेस्क)

भारत में जहाँ एक ओर पंजाब के क्षेत्र से एक बार फिर खालिस्तान की मांग उठती दिखाई दी है तो दूसरी ओर विदेशों में स्थित भारतीय संस्थानों और मंदिरों को भी निशाने पर लिए जाने की खबर है। सरदार अम्रत पाल ने एक बार फिर पंजाब में खालिस्तान की मांग को खड़ा कर दिया है वहीं दूसरी ओर खालिस्तानी समर्थकों ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास को बंद करने पर मजबूर कर दिया। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज द्वारा देश में भारत विरोधी तत्वों पर अंकुश लगाने के आश्वासन के कुछ दिनों बाद ही ब्रिस्बेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास को खालिस्तान समर्थकों ने बंद करने के लिए मजबूर किया। ऑस्ट्रेलिया टुडे’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, क्वींसलैंड पुलिस ने कहा कि यह एक ‘अनधिकृत’ भीड़ थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि भीड़ ने ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के साथ हिंदुओं के ख़िलाफ़ नारे भी लगाए। इससे पहले खालिस्तान समर्थकों ने पिछले महीने भी ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था। भारत ने ऑस्ट्रेलिया से खालिस्तानी अलगाववादियों पर लगाम लगाने के लिए कहा था, जो विदेशों में लगातार हिंदू मंदिरों को निशाना बना रहे हैं। इसके कुछ दिनों बाद भारतीय वाणिज्य दूतावास पर यह हमला हुआ है। पिछले महीने 21 फरवरी की रात को भी खालिस्तानी समर्थकों ने ब्रिस्बेन के टारिंगा में स्वान रोड स्थित वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था। ऑस्ट्रेलिया में भारत की कॉन्सुलेट अर्चना सिंह को अगले दिन घटनास्थल से एक खालिस्तानी झंडा मिला था। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना क्वींसलैंड पुलिस को दी थी। हालांकि अर्चना सिंह ने वहां की  पुलिस और अधिकारियों पर पूरा भरोसा जताया है।’ एक अन्य पत्रकार ने न्यूज एजेंसी के हवाले से बताया है कि अब तक भारतीय ऑस्ट्रेलियाई लोगों पर हमले हो रहे थे लेकिन अब वे खालिस्तानी समर्थक भारत सरकार से संबंधित संस्थानों को निशाना बना रहे हैं। ब्रिस्बेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला भारत सरकार पर सीधा हमला है। ज्ञात रहे कि कुछ दिनों पहले ब्रिस्बेन में खालिस्तानियों ने एक हिंदू मंदिर को भी निशाना बनाया था। मार्च की शुरुआत में खालिस्तान समर्थकों ने श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में तोड़फोड़ की थी। ‘हिंदू ह्यूमन राइट्स’ की डायरेक्टर सारा गेट्स ने कहा था कि यह साफतौर पर ‘ऑस्ट्रेलियाई हिंदुओं को डराने का प्रयास’ है। हमले के बाद हिंदू समुदाय के लोगों ने मंदिर की दीवारों से हिंदू विरोधी नारों को साफ किया था। गेट्स ने इसकी एक फोटो ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘हिंदुस्तान ज़िन्दाबाद। सारा गेट्स ने कहा कि वे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि इलाके में भारी पुलिस बल मौजूद है। बता दें कि हाल ही में भारत यात्रा पर आए ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी संगठनों द्वारा की गई गड़बड़ी पर चर्चा की थी, जिसमें अल्बनीज ने शांति बरतने के सभी उपाय करने का आश्वासन दिया था।

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