गुवाहाटी लोकसभा क्षेत्र की सांसद कुईन ओझा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर । गुवाहाटी के मतदाता चाहते हैं नया चेहरा। एमपी कुईन ओझा की काटा जा सकता हैं लोकसभा की टिकट । गुवाहाटी लोकसभा क्षेत्र में साफ-सुथरी छवि की तलाश में भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व।
गुवाहाटी लोकसभा क्षेत्र की सांसद कुईन ओझा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर । गुवाहाटी के मतदाता चाहते हैं नया चेहरा। एमपी कुईन ओझा की काटा जा सकता हैं लोकसभा की टिकट । गुवाहाटी लोकसभा क्षेत्र में साफ-सुथरी छवि की तलाश में भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व।

गुवाहाटी लोकसभा क्षेत्र की सांसद कुईन ओझा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर ।
गुवाहाटी के मतदाता चाहते हैं नया चेहरा।
एमपी कुईन ओझा की काटा जा सकता हैं लोकसभा की टिकट ।
गुवाहाटी लोकसभा क्षेत्र में साफ-सुथरी छवि की तलाश में भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व।
गुवाहाटी लोकसभा सीट की सांसद कुईन ओझा की हरकतों पर गुवाहाटी लोकसभा क्षेत्र के लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर किया है। निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए, एक तरह से मृगतृष्णा की तरह गुवाहाटी लोकसभा क्षेत्र की सांसद कुईन ओझा की भूमिका से आम जनता काफी दुखी है। जनता के एक वर्ग के अनुसार, सांसद न तो गुवाहाटी में कृत्रिम बाढ़ के दौरान लोगों के पास खड़े हुए और न ही भूस्खलन में घर गए परिवार की ठीक तरह से कोई खबर की। लोगों का कहना है कि केवल भगवा वस्त्र धारण करके ऊपरी क्षेत्रों के साथ अच्छे संबंध रखकर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करना ही इस सांसद का पहला और मुख्य लक्ष्य है । इस तरह के कई आरोप लोकसभा क्षेत्र के लोगों ने उन पर लगाए हैं । बीते समय में निष्क्रियता के साथ रिकॉर्ड बनाने वाले सांसद कुईन ओझा के खिलाफ गुवाहाटी लोकसभा क्षेत्र के कई और लोगों के बीच क्रोध भड़क उठा है। ऐसे माहौल में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने गुवाहाटी लोकसभा सीट को लेकर एक नया चिंता किया है । बीजेपी कुईन ओझा को लेकर रिस्क नहीं लेना चाहती हैं। गुवाहाटी में भाजपा ने नए चेहरे की तलाश शुरू कर दी है। एक साफ छवि वाले सामाजिक क्षेत्र से जुड़े व्यक्ति ढूंढ रहे हैं भाजपा। यह बहुत खेद का विषय है कि असम जिस समय एक सौ एक समस्याओं से ग्रस्त है, देश के किसी अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे पर अन्य संसदीय क्षेत्रों से प्रतिनिधित्व करने वाले सांसदों द्वारा अतीत में संसद सत्र में विचार रखते हैं उस समय भी पवित्र संसद में गहरी नींद में होती है गुवाहाटी जैसे एक महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र को प्रतिनिधित्व करने वाले सत्तारूढ़ पार्टी की सांसद कुईन ओझा। गौरतलब है कि इस कुईन ओझा के खिलाफ निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से तरह-तरह की शिकायतें हैं। गुवाहाटी ही नहीं बल्कि निर्वाचन क्षेत्र के कई अन्य हिस्सों में भी कुईन ओझा को कई मौकों पर जनता के गुस्से का सामना करना पड़ा है। पिछले दिनों में असम में हुए बाढ़ से क्षेत्र के लोग पानी के नीचे रहते समय भी सांसद ने इस पर ठीक तरह से नजर नहीं रखी थी । यहां तक कि निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के एक वर्ग के आरोप अनुसार कुईन ओझा सांसद रहते हुए ‘वह ‘असम दर्शन’ योजना के तहत ‘गढ़पोट जगधात्री मंदिर’ के निर्माण के लिए आधारशिला रखकर 10 लाख रुपये की आर्थिक घोषणा कर आये थे। लेकिन घोषित उस अनुदान का एक रुपया भी मंदिर निर्माण समिति को आज तक नहीं दिया गया। उल्लेखनीय है कि सांसद के इस कृत्य पर स्थानीय भाजपा नेताओं की एक समिति ने खेद जताया है। गौरतलब है कि गुवाहाटी संसदीय क्षेत्र के इस विवादित सांसद के खिलाफ पहले से ही सत्ता विरोधी लहर शुरू हो चुकी है। लोगों का एक वर्ग अब कुईन ओझा को वादा रानी भी कह रहा है। गुवाहाटी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत बोरप्रतिमा नामक गांव में एमपी ओझा द्वारा स्थापित आदर्श गांव की एक अजीब छवि है। यह उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों सांसद वहां पहुंचकर गांव को असम का आदर्श गांव बनाने का वादा करते हुए लगा दिया था एक पट्टिका। अब उस पट्टिका का आधा हिस्सा टूट चुका है लेकिन गांव की एक सामान्य सड़क भी पक्की नहीं हुई है। वहां बिजली की कोई सटीक सुविधा नहीं है, पानी की आपूर्ति का कोई प्रावधान नहीं है। प्रधानमंत्री की जल जीवन योजना भी गांव तक नहीं पहुंची है। कुल मिलाकर कुईन ओझा को निर्वाचन क्षेत्र के लोगों ने सर्वकालिक असफल सांसद के रूप में अभिहित किया है। देश की तमाम समस्याओं में हमेशा जागृत रहने वाली भाजपा सरकार को क्षेत्र के सचेत लोगों ने अब मांग की है कि सरकार इस सांसद को गुवाहाटी से फिर से प्रतिनिधित्व करने का मौका न दे। निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं का एक वर्ग भी रानी ओझा से काफी नाराज है। यहीं पर सचेत हलकों के बीच में भी यह सवाल उठा हैं कि , क्या सरकार असफल कुईन ओझा को हटाएगी और गुवाहाटी निर्वाचन क्षेत्र के लिए एक योग्य उम्मीदवार की खोज करेंगे ? लोगों के बीच यह विचार-विमर्श हुआ है कि अगर अयोग्य सांसद को भाजपा नेतृत्व गुवाहाटी जैसे प्रतिष्ठित निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार के रूप में पेश करेंगे , तो भाजपा गुवाहाटी लोकसभा सीट हार जाएगी। इसलिए, गुवाहाटी निर्वाचन क्षेत्र पर कब्जा करने के हित में, निर्वाचन क्षेत्र के आम लोग चाहते हैं कि भाजपा अक्षम सांसद के बजाय सन्माननीय गुवाहाटी लोकसभा क्षेत्र से एक कुशल और सक्रिय नेता को प्रोजेक्ट करे।