नई दिल्ली (एप ब्यूरो)
दिल्ली फायर सर्विस में फायर ऑपरेटर की भर्ती में धांधली की सूचना सामने आई है। इसको लेकर दिल्ली सबओर्डिनेट सर्विसेज सिलेक्शन बोर्ड (डीएसएसएसबी) की शिकायत के आधार पर क्राइम ब्रांच ने यह मामला दर्ज किया है। डीएसएसएसबी ने शिकायत में कहा था कि दिल्ली फायर सर्विस में 13 कैंडिडेट की गलत तरीके से भर्ती की गई है। इन अभ्यर्थियों ने कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) में अपनी जगह किसी अन्य को बैठाया है। कहा है कि कंप्यूटर आधारित परीक्षा में बैठने वाले कैंडिडेट का बायोमेट्रिक लिया गया था। उस परीक्षा में पास होने के बाद जब व्यक्ति का ड्राइविंग स्किल टेस्ट (डीएसटी) लिया गया तो उस दौरान भी कैंडिडेट का बायोमेट्रिक और फोटो लिया गया। इस परीक्षा में भी पास होने के बाद जब सीबीटी और डीएसटी के दौरान लिए गए फोटो और बायोमेट्रिक इंप्रेशन का मिलान किया गया तो दोनों अलग-अलग निकले। कुल 13 कैंडिडेट के साथ ऐसा हुआ। इसके बाद डीएसएसएसबी ने दिल्ली पुलिस में मामले की शिकायत की थी। प्राथमिक जांच के बाद क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज कर लिया है। दिल्ली फायर सर्विस के डायरेक्टर अतुल गर्ग ने बताया कि कैंडिडेट की भर्ती करना फायर सर्विस का काम है। दिल्ली फायर सर्विस में भर्ती के लिए परीक्षा डीएसएसएसबी लेती है। वहां से सिलेक्शन के बाद फायर सर्विस चयनित अभ्यर्थियों का मेडिकल टेस्ट और ड्राइविंग टेस्ट लेती है। इन टेस्ट के दौरान यह मामला पकड़ में आया। इसके बाद डीएसएसएसबी ने पुलिस में शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि अब जांच एजेंसी जांच में जुटी है। इन कैंडिडेट की भर्ती प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, फायर सर्विस में भर्ती में गड़बड़ी करने वाले ज्यादातर आरोपी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान से हैं। इसलिए दिल्ली पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच कर रही है कि इस तरह की भर्ती में गड़बड़ी करने वाला कोई गिरोह तो इन राज्यों में सक्रिय नहीं है। पुलिस भर्ती के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों से पूछताछ कर रही है। जांच में मिले सुबूत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।