रेल की पटरियों को अवैध रूप से पार करने या सेल्फी लेने पर होगा जुर्माना और जेल : महाप्रबंधक शोभन चौधरी

उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने पांचों रेल मंडल प्रबंधकों व अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

नई दिल्ली (एप ब्यूरो)
अब सावधान हो जाइए क्योंकि अगर रेल की पटरियों को अवैध रूप से पार किया तो खैर नहीं। पटरियों पर अगर सेल्फी लेते भी दिखे तो जेल की हवा खानी पड़ सकती है। रेलवे ने पटरियों को पार करने के मामलों पर कड़ा रुख अख्तियार किया है। स्पष्ट रूप से अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि रेल पटरियों को अवैध रूप से पार करने वाले लोगों को रेलवे अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत पकड़कर जुर्माना वसूला जाए,आवश्यक हो तो उन्हें जेल भी भेजें।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी ने पांचों रेल मंडल प्रबंधकों व अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में रेलपथों के निकट अतिक्रमण के साथ ही पटरियों को पार करने के मुद्दे पर चर्चा हुई। इसे लेकर चौधरी ने सख़्त कदम उठाने के निर्देश दिए। कहा कि अधिनियम के तहत उन्हें जेल भेजा जाए। उन्होंने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलपथों के निकट हुए अतिक्रमण को हटाने का परामर्श दिया, ताकि ट्रेनों के संचालन में किसी तरह की बाधा उत्पन्न नहीं हो। दरअसल अतिक्रमण की वजह से रेलवे फाटकों पर भी व्यवधान होता है और ट्रेनों का संचालन बाधित होता है। इसके अलावा उच्च गति वाले रेल सेक्शन के किनारों पर बाउंड्री वॉल का निर्माण होना है,लिहाजा अतिक्रमण हटाने पर बल दिया। बैठक में कहा गया कि रेलवे के लिए सुरक्षा सर्वोपरि है। बुनियादी सुविधाओं को बेहतर करने के विषय पर महाप्रबंधक ने ट्रैक दोहरीकरण, सिगनलिंग और यात्री सुविधाओं में वृद्धि को समय पर पूरा करने का निर्देश दिया। भारी बारिश से पटरियों पर अनेक जगह जलभराव हो जाने से कई जगह रेल परिचालन में कठिनाई का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा बरसाती नदियों और नालों के उफान के कारण रेल लाइनों के तटबंधों में पानी भर गया है। इससे ट्रेनों के परिचालन में समस्या हुई है।

बैठक में रेल पटरियों में जमा पानी को निकालने के लिए अतिरिक्त पंप का इस्तेमाल करने को कहा। महाप्रबंधक ने कहा कि हर तरह के ग्राहकों, छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े एफएमसीजी और ई-कॉमर्स के दिग्गजों को मालभाड़ा सेवाएं प्रदान करने के हरसंभव प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि रेल पटरियों के नीचे जल निकासी के प्रबंध तुरंत किए जाएं और इसके लिए अतिरिक्त पंपों का भी प्रयोग किया जा रहा है। उन्होने कहा,पटरियों पर कई जगह जल भराव हो जाने के कारण कई जगह रेल परिचालन में कठिनाई का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा बरसाती नदियों और नालों के उफान के कारण रेल लाइनों के तटबंधों में पानी भर जाता है जिससे रेल परिचालन में समस्या होती है। रेल यातायात के सुचारू परिचालन के लिए,रेल पटरियों में जमा पानी को निकालने हेतु अतिरिक्त पम्पों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *